तिलस्मी किले का रहस्य भाग_ 24

कहानी _**तिलस्मी किले का रहस्य**

भाग _ 24

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

सुरभी के कंधे में गोली लगी थी। अस्पताल में उसकी गोली निकालकर ड्रेसिंग कर दिया गया। दवा की वजह से थोड़ा दर्द कम हुआ लेकिन उसे अपने दर्द की जरा भी परवाह नहीं थी ।उसे प्रताप की चिंता हो रही थी।
उसने डॉक्टर से पूछा_ मुझे अस्पताल से कब छुट्टी मिलेगी डॉक्टर साहब।
डॉक्टर ने कहा _ कम से कम चार दिन तो रहना पड़ेगा आपको क्योंकि आपके कंधे में गोली लगी है।ऑपरेशन करके निकाली गई है।घाव को ठीक होने में थोड़ा समय लगेगा
उसने अपने पिता से कहा _ पापा प्रताप की जान खतरे में है।वे लोग उसे  किला के  सुरंग में ले गए है।वे बड़े  खतरनाक लोग है ।अगर प्रताप ने उन्हें खजाना का पता नही बताया तो वे लोग उसे मार डालेंगे।मुझे जाना है उसके पास।
बेटी तुमको गोली लगी है ।प्रताप को छुड़ाने के लिए पुलिस है ।तुम जाकर भी क्या कर सकती हो ।मैं तुम्हारी जान खतरे में नही डाल सकता ।तुम कही नही जाओगी।उसके पिता ने कहा।फिर उन्होंने एसपी को फोन लगाकर कहा_ एसपी साहब मेरी बेटी अब खतरे से बाहर है लेकिन वे गुंडे प्रताप को सुरंग में ले गए है ।खजाना का पता बताने के लिए।
प्रताप एक ईमानदार और देश  भक्त लड़का है ।वो उस खजाने का पता हरगिज नहीं बताएगा।
उसकी जान को खतरा है। आप उसकी सुरक्षा का इंतजाम कीजिए मैं भी आ रहा हूं होटल में ।
में भी वही पहुंच रहा हूं आप जल्दी आइए ।मैं राज्य सरकार को भी खबर कर दिया  है और काफी संख्या में पुलिस बल को किला के अंदर  बाहर लगा दिया है और पूरी तैयारी के साथ हमलोग सुरंग में कुच करेंगे ।बहुत जल्दी उन गुंडों को पकड़ लेंगे और और प्रताप को बचा लेंगे। खजाना का ढेला भी उनके हाथ नही लगने देंगे एसपी ने कहा ।
सुरभी के पिता ने अपनी बेटी से कहा बेटी तुम अपना ख्याल रखना । यहां से हिलना भी नही ।मैं जा रहा हूं किला की सुरंग में प्रताप को छुड़ाने के लिए।
इसके बाद उसके पिता में डॉक्टर से कहा _ डॉक्टर साहब मेरी बेटी का ख्याल रखना ।उसने वहा मौयूद दो  पुलिस के जवानों से  कहा मेरी बेटी का ख्याल रखना।कोई अनजान आदमी उससे मिलने ना पाए और कही बाहर जाने ना पाए।
अपने पिता के जाने के बाद सुरभी ने दोनो  पुलिस के जवानों से कहा _ मेरी एसपी साहब से तुरंत बात कराओ।
एक सिपाही ने एसपी को फोन लगाकर उसे अपना मोबाइल थमा दिया।
सुरभी ने कहा एसपी साहब मैं किला के तिलस्म को जानती हूं और खजाना का पता भी मुझे किला में जाने की अनुमति दीजिए ।मैं अभी ठीक हूं ।में खजाना और और प्रताप को बचाने में पुलिस की मदद करना चाहती हूं ।
एसपी ने कहा _ सुरभी मैडम आई पको हालत ठीक नहीं है ।हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते ।आप वही रहे हमलोग किला के अंदर जा रहे हैं।
प्लीज सर मुझे प्रताप की काफी चिंता हो रही है । मुझे जाने की अनुमति दीजिए।मुझे कुछ नही होगा में अपनी जिम्मेवारी पर जाना चाहती हूं।मैं आपकी काफी मदद कर सकती हूं।
एसपी ने कुछ देर सोचा और कहा ठीक है मैं पुलिस कि दो गाड़ियां भेज रहा हूं पुलिस बल के साथ तुम पुलिस सुरक्षा में किला में पहुँचो।
सुरभि के पिता होटल पहुंच गए। वहा इंस्पेक्टर दस पुलिस के जवानों के साथ सुरंग के मुहाने पर तैनात था।
तभी एसपी का फ़ोन आया तुम सुरभी के पिता विधायक जी को लेकर  सर्च लाइट और हथियारों के साथ चौकन्ना होकर सुरंग के रास्ते आगे बढ़ो।मैं सुरभी को लेकर किला की सुरंग में प्रवेश करूंगा।
सुरभी के पिता और इंस्पेक्टर दस पुलिस के जवानों को लेकर अंधेरी सुरंग में चले गए।सबने सर पर कैप सीने पर रक्षा कवच बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखा था।सबने अपनी बंदूके तान रखी है और सावधानी से आगे बढ़ने लगे थे।
कुछ ही देर में सुरभी पुलिस सुरक्षा में किला में पहुंच गई।उसके कंधे पर पट्टी बंधी हुई थी।एसपी उसका इंतजार कर रहे थे।वहा किला के जानकर, इतिहासकार, पुरातत्व वेता ,और पुलिस के पचास जवान मौयुद  थे।
सुरभी ने किला के ऑफिस के अंदर बने गुप्त रास्ते से होकर तहखाने में उतर गई। एसपी ने एक डीएसपी और बीस जवानों को किला की सुरक्षा में लगा दिया था।
सब लोग सावधानी से आगे बढ़ने लगे। सीढ़ी उतरते ही सुरभी को उसकी तलवार और प्रताप का भाला मिल गया।उसने तलवार उठा ली और एक पुलिस के जवान को भाला उठाने बोली ।यह भाला प्रताप के बड़े काम का हथियार था।
पहले जब सुरभी इस तहखाने और सुरंग में आई थी तो अंधेरा था लेकिन इस बार सर्च लाइट उनके पास थी चारो तरफ  सब साफ दिखाई दे  रहा था।
वे लोग कुछ ही दूर गए होंगे की गोलियां चलने की आवाज आने लगी।
एसपी ने फुर्ती से सबको पोजीसन लेने को कहा।कई लोगो की चीखे भी सुनाई दे रही थी।सुरभी चिंतित हो गई कही इसमें प्रताप तो नही है।
उसने एसपी  से कहा जल्दी चलिए एसपी साहब मुझे प्रताप की चिंता हो रही है।
तभी बहुत जोर का धमाका हुआ ऐसा लगा जैसे पूरी धरती ही हिल गई हो।
सुरंग दहल उठी।

शेष अगले भाग _25 में

लेखक
श्याम कुंवर भारती
बोकारो,झारखंड
मोब.9955509286

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5 Comments

Shnaya

07-Feb-2024 07:42 PM

Nice

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Mohammed urooj khan

06-Feb-2024 01:44 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Milind salve

05-Feb-2024 02:30 PM

Nice

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